INDICATORS ON पारद शिवलिंग प्राइस YOU SHOULD KNOW

Indicators on पारद शिवलिंग प्राइस You Should Know

Indicators on पारद शिवलिंग प्राइस You Should Know

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अध्यात्माबद्दल जरा जरी आकर्षण असलेल्या व्यक्तीला पारद शिवलिंगाची उपासना केलीच पाहिजे असे माझे मत आहे.

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साक्षात् शिव: पारद शिवलिंग को भगवान शिव का साक्षात् स्वरूप माना जाता है। इसकी पूजा करने से भगवान शिव की कृपा सीधे प्राप्त होती है।

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पारद शिवलिंग पर दूध, दही, घी, शहद, सिंदूर, चंदन, आदी न चढ़ाएं।

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नियमित पूजा में उन्हें धूप, दीप और पुष्प चढ़ाएं और शिव मंत्रों का जाप करें। पारद शिवलिंग पर जल चढ़ाएं, पीपल, बरगद और तुलसी जी के पौधे में न डालें। व्यापार वृद्धि के लिए पारद शिवलिंग के साथ दक्षिणावर्ती शंख को रखना चाहिए।

प्राचीन ग्रंथों में पारद शिवलिंग को स्वयं सिद्ध धातु माना गया है। इसका वर्णन चरक संहिता समेत कई ग्रंथों में मिलता है। इस शिवलिंग की पूजा करने से सभी तरह के तंत्र-मंत्र और नकारात्मक शक्तियां खत्म हो जाती हैं और जातक के आसपास सकारात्मक ऊर्जा का कवच बना रहता है। मान्यता है कि पारद शिवलिंग की पूजा करने वाले की स्वयं महाकाल और महाकाली रक्षा करती हैं।

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पारद शिवलिंग को अभिमंत्रित करा कर लेने के फायदे :

इस शिवलिंग पर दूध, चन्दन, हल्दी और चावल रखे।

आपको बता दें कि यह शिवलिंग काफी महत्वपूर्ण और शुभ मानी जाती है। जीवन में खुशियां प्राप्त करने के लिए पारद शिवलिंग की पूजा काफी लाभकारी मानी जाती है इससे परिवार में सुख-शांति बनी रहती है। और धन-धान्य की कभी भी कमी नहीं होती। साथ ही साथ जातक के जीवन में सारी समस्या धीरे-धीरे कम check here होने लगती है। आयुर्वेद के अनुसार पराद शिवलिंग की पूजा करने से हाई ब्लड प्रेशर के साथ-साथ अस्थमा से लड़ने में काफी मदद मिलती है। इसीलिए यह शिवलिंग काफी लाभकारी होता है।

रुद्र संहिता , पारद संहिता , ब्रम्हपुराण , शिव पुराण , उपनिषद , अशा अनेक ग्रंथात पारद शिवलिंगाचे वर्णन दिले गेले आहे.

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